Thursday, June 4, 2020

Superhit 51 Gazalon ki Sargam book, सुपरहिट 51 गजलों की सरगम पुस्तक

superhit 51 Gazalon ki sargam
by vinod kumar


Superhit 51 Gazalon ki Sargam, सुपरहिट 51 ग़ज़लों की सरगम पुस्तक प्रकाशित हो गयी है और notionpress.com से खरीद सकते हैं. इस पुस्तक में जगजीत सिंह, चित्रा सिंह, गुलाम अली, बेग़म अख्तर, मेंहदी हसन, चन्दन दास, पंकज उदास आदि की मशहूर ग़ज़लों को शामिल किया गया है. ग़ज़लों की सरगम पुस्तक खरीदकर इसकी सार्थकता को उजागर करें.

jagjeet singh
Superhit 51 Gazalon ki Sargam by Vinod Kumar




Superhit 51 Ghazalon ki Swarlipi old cover

Superhit 51 Gazals' Western Notes

Superhit 51 Gazals' Sargam

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अनुक्रमणिका

समर्पण.. iii

जगजीत सिंह  के जीवन का संक्षिप्त परिचय.. vii

पाठकों से.. ix

सरगम.. xi

1.    A आज बाज़ार में पा ब जौलां चलो... 1  aaj baazar mein pa ba jaulan chalo 

2.    A आप अगर इन दिनों  यहाँ होते.. 4  aap agar in dino yahaan hote

3.    A आप से प्यार हुआ जाता है. 6 aap se pyar hua jata hai 

4.    A ऐ कातिब ए तक़दीर मुझे इतना बता दे.. 9  ae qatib e taqdeer mujhe itna bata de

5.    A ऐ जाने नज़र चिलमन से अगर. 13 ae jaane nazar chilman se agar 

6.    A ऐ मोहोब्बत तेरे अंजाम पे. 15 ae mohobbat tere anjam pe rona aaya

7.    B बहुत खूबसूरत है मेरा सनम.. 17 bahut khubsurat hai mera sanam 

8.    B बहुत पहले से उन क़दमों की आहट. 20 bahut pahle se un qadmon ki aahat

9.    C चाँदी जैसा रंग है तेरा.. 22  chandi jaisa rang hai tera 

10.  C चिट्ठी न कोई संदेस जाने वो कौन सा देस.. 25  chitthi na koi sandes

11.  C चुपके चुपके रात दिन.. 28  chupke chupke raat din 

12.  D दिल ही बुझा हुआ हो तो... 30  dil hi bujha hua ho to 

13.  D दुनिया में हूँ दुनिया का तलबगार नहीं हूँ. 32 duniya mein hun duniya ka talabgaar

14.  D धुंआ बना के फ़िज़ा में उड़ा दिया मुझको.... 35  dhunwa banaa ke fizaan mein uda diya mujhko

15.  F फिर छिड़ी रात बात फ़ूलों की.... 37  fir chhidi raat baat fulon ki 

16.  G गुलों में रंग भरे बाद ए नौ बहार चले.. 39  gulon mein rang bhare baad e nau bahaar chale

17.  H हंगामा है क्यों बरपा... 42  hangaama hai kyun barpa 

18.  H हम तेरे शहर में आये हैं. 44  ham tere shahar mein aaye hain 

19.  H हम दर्द के मारों का इतना ही फ़साना है. 46  ham dard ke maron ka itna hi fasaana hai 

20.  H हम में तुम में जो था वो... 48  ham mein tum mein jo tha vo 

21.  H हमें तो अब भी वो गुज़रा ज़माना... 50  hamein to ab bhi vo guzra zamaana

22.  H हाथ छूटे भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करते.. 53  haath chhute bhi to rishte nahin chhoda karte

23.  H होटों से छू लो तुम.. 55  hoton se chhu lo tum 

24.  J जो गुज़र रही है मुझ पर उसे.. 59  jo guzar rahi hai mujh par use 

25.  J झुकी झुकी सी नज़र. 61  jhuki jhuki si nazar

26.  K कभी तो खुल के बरस.. 63  kabhi to khul ke baras 

27.  K कभी बन संवर के जो आ गए. 65  kabhi ban sanvar ke jo aa gaye 

28.  K किसी रंजिश को हवा दो कि मैं.. 68  kisi ranjish ko hawa do ki 

29.  K कुछ भी न कहा, कह भी गए. 70  kuch bhi na kahaa kah bhi gaye 

30.  K कोई फ़रियाद तेरे दिल में.. 72 koi fariyad tere dil mein 

31.  K कभी किसी को मुक़म्मल जहाँ नहीं मिलता... 74  kabhi kisi ko muqammal jahaan nahin milta 

32.  K ख़ुदा करे के मोहब्बत मे ये मक़ाम आये.. 76  khuda kare ke mohobbat mein ye maqam aaye 

33.  M मुझसे पहली सी मोहोब्बत.. 78  mujhse pahali si mohobbat mere mahaboob na maang

34.  M मुझे तुम नज़र से गिरा तो रहे हो... 81  mujhe tum nazar se gira to rahe ho 

35.  M मेरे हम नफ़स मेरे हम नवा... 84  mere ham nafas mere ham nawa

36.  M मैं ख़याल हूँ किसी और का.... 87  main khayal hun kisi aur ka 

37.  M मैं हवा हूँ, कहाँ वतन मेरा.. 90  main hawa hun kahaan vatan mera 

38.  N न जी भर के देखा न कुछ बात की.... 93  na jii bhar ke dekha na kuchh baat ki 

39.  N नुक्ताचीं है ग़म ए दिल.. 96  nuktachiin hai gam e dil

40.  P प्यार का पहला ख़त लिखने में.. 99  pyar ka pahlaa khat likhne mein 

41.  R रात जो तूने दीप बुझाये मेरे थे.. 101  raat jo tune deep bujhaye mere the

42.  S सबको दुश्मन बना लिया मैंने.. 103  sabko dushman banaa liya maine 

43.  S सबा से ये कह दो के कलियाँ बिछाए. 106  saba se ye kah do ki kaliyaan bichhaaye

44.  T तुम अपना रंज ओ ग़म.. 109  tum apna ranj o gam 

45.  T तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो... 111  tum itnaa jo muskura rahe ho 

46.  T तुम्हारी ज़ुल्फ़ के साए में शाम.. 113  tumhaari zulf ke saaye mein shaam 

47.  T तुमको देखा तो ये ख्याल आया... 116 tumko dekhaa to ye khyaal aaya 

48.  U उसकी गली में फिर मुझे इक बार ले चलो... 118  uski gali mein fir ujhe ek baar le chalo 

49.  Y ये कौन आ गयी दिलरुबा महकी महकी.... 121  ye kaun aa gayi dilrubaa mahki mahaki 

50.  Y ये ज़िन्दगी आज जो तुम्हारे. 123  ye zindagi aaj jo tumhaare 

51.  Z ज़िन्दगी में तो सभी प्यार किया करते हैं. 126  zindagi mein to sabhi pyar kiya karte hain 

52.  सरगम या अलंकार या पलटे. 129